يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَارَبِّ يَـا عَـالِـمَ الحَـالْ
إِلَيْكَ وَجَّهْتُ الآمَـالْ
मेरे प्रभु, सभी अवस्थाओं के जानने वाले,
मैं अपनी सभी आशाएँ आप पर केंद्रित करता हूँ
فَامْنُنْ عَلَيْنَا بِالإِقْبَالْ
وَكُنْ لَنَا وَاصْلِحِ البَالْ
हम पर अपनी दिव्य दृष्टि डालो,
हमारे साथ रहो, और मन को सुधारो
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
ياَرَبِّ يَارَبَّ الأَرْبَابْ
عَبْدُكْ فَقِيرُكْ عَلَى البَابْ
मेरे प्रभु, हे प्रभुओं के प्रभु!
आपका दास और गरीब आपके दरवाजे पर है
أَتَى وَقَدْ بَتَّ الأَسْبَابْ
مُسْتَدْرِكًا بَعْدَ مَا مَالْ
वह सभी अन्य साधनों को छोड़कर आया है
भटकने के बाद सुधार करने की कोशिश कर रहा है
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا وَاسِعَ الجُـودِ جُـودَكْ
الخَيْرُ خَيْرُكْ وَعِنْـدَكْ
हे उदारता में विशाल, (हम) आपकी उदारता चाहते हैं
सभी अच्छाई आपकी है और आपके पास है
فَـوْقَ الَّـذِي رَامَ عَبْدُكْ
فَادْرِكْ بِرَحْمَتِكْ فِي الحَالْ
(जो) आपके दास की इच्छा से परे है।
तो अपनी दया से अभी सुधार करो
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا مُوجِدَ الخَلْـقِ طُـرّاً
وَمُوسِعَ الكُلِّ بِرّاً
हे सभी सृष्टि के उत्पत्ति करने वाले!
हे सभी व्यापक दया देने वाले!
أَسْأَلُكَ إِسْبَالَ سَتْراً
عَلَى القَبَائِحْ وَالْاخْطَالْ
मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ कि आप
सभी बुरे कार्यों और मूर्खताओं पर पर्दा डालें
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَامَنْ يَرَى سِرَّ قَلْبِي
حَسْبِي اطِّلَاعُكَ حَسْبِي
हे जो मेरे हृदय की वास्तविकता को देखता है!
आपकी जागरूकता वास्तव में मुझे पर्याप्त है
فَامْحُ بِعَفْوِكَ ذَنْبِي
واصْلِحْ قُصُودِي وَالأَعْمَالْ
तो अपनी क्षमा से मेरे पाप को मिटा दो
और मेरे इरादों और कर्मों को सही करो
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
رَبِّى عَلَيْكَ اعْتِمَادِي
كَمَا إِلَيْكَ اسْتِنَادِي
मेरे प्रभु! आप पर मेरी निर्भरता है
और मेरी निर्भरता आप में है
صِدْقاً وَأَقْصَـى مُرَادِي
رِضَاؤُكَ الدَّائِمُ الحَـالْ
- सत्यता में, और मेरी अंतिम इच्छा
आपकी अनंत मीठी प्रसन्नता है।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا رَبِّ يَا رَبِّ إِنِّي
أَسْأَلُكَ العَفْوَ عَنِّي
मेरे प्रभु, मेरे प्रभु! वास्तव में मैं
आपसे मुझे क्षमा करने की प्रार्थना करता हूँ
وَلَمْ يَخِبْ فِيكَ ظَنِّي
يَا مَالِكَ الـمُلْكِ يَا وَالْ
मेरी राय आपके बारे में कभी गलत नहीं रही
हे सभी साम्राज्य के मालिक, हे रक्षक!
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
أَشْكُو إِلَيْكَ وَأَبْكِي
مِنْ شُؤْمِ ظُلْمِي وَإِفْكِي
मैं आपसे शिकायत करता हूँ, जैसा कि मैं रोता हूँ,
मेरे अन्याय और झूठ के बुरे प्रभावों की
وَسُوءِ فِعْلِي وَتَرْكِي
وَشَهْوَةِ القِيـلِ وَالقَـالْ
और मेरे कर्मों की बुराई और मेरी उपेक्षा की
और मेरी मनमानी बातों की
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
وَحُبِّ دُنْيَا ذَمِيمَةْ
مِنْ كُلِّ خَيْرٍ عَقِيمَةْ
और इस निंदनीय दुनिया के प्रेम की
जो किसी भी अच्छाई से रहित है
فِيهَا البَلَايَا مُقِيمَةْ
وَحَشْوُهَا آفَاتْ وَاشْغَالْ
इसमें सभी विपत्तियाँ निवास करती हैं,
और यह विपत्तियों और व्यस्तताओं से भरी है
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا وَيْحَ نَفْسِي الغَوِيَّةْ
عَنِ السَّبِيلِ السَّوِيَّةْ
हे मेरी आत्मा का दुर्भाग्य जो धोखा देती है
सीधे रास्ते से;
أَضْحَتْ تُرَوِّجْ عَلَيَّهْ
وَقَصْدُهَا الجَاهُ وَالـمَالْ
यह लगातार मुझे उकसाती है
और इसका उद्देश्य स्थिति और धन है
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا رَبِّ قَدْ غَلَبَتْنِي
وَبِالأَمَانِي سَبَتْنِي
मेरे प्रभु, इसने मुझे पराजित कर दिया है
और मुझे झूठी आशाओं में कैद कर दिया है
وَفِي الحُظُوظِ كَبَتْنِي
وَقَيَّدَتْنِي بِالأَكْبَـالْ
और सुखों में इसने मुझे कमजोर कर दिया है
और मुझे बेड़ियों में जकड़ दिया है
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
قَدِ اسْتَعَنْتُكَ رَبِّي
عَلَى مُدَاوَاةِ قَلْبِي
मैं आपकी सहायता चाहता हूँ, मेरे प्रभु,
मेरे हृदय के उपचार में
وَحَلِّ عُقْدَةِ كَرْبِي
فَانْظُرْ إِلَى الغَمِّ يَنْجَالْ
और मेरी कठिनाई की गाँठ को खोलने में।
फिर देखो, उस उदासी को जो घेरती है।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا رَبِّ يَا خَيْرَ كَافِي
أَحْلِلْ عَلَيْنَـا العَوَافِي
मेरे प्रभु, हे सबसे अच्छे जो पर्याप्त हैं!
हम पर सभी आराम उतारो
فَلَيْسَ شَيْئْ ثَمَّ خَافِي
عَلَيْكَ تَفْصِيـلْ وَإِجْمَـالْ
क्योंकि आपके लिए कुछ भी छिपा नहीं है
छोटा या बड़ा।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا رَبِّ عَبْدُكْ بِبَابِكْ
يَخْشَى أَلِيمَ عَذَابِكْ
मेरे प्रभु, आपका दास आपके दरवाजे पर है।
वह आपके कष्ट की पीड़ा से डरता है
وَيَرْتَجِي لِثَوَابِكْ
وَغَيْثُ رَحْمَتِـكْ هَطَّالْ
और आपके इनाम की आशा करता है
और आपकी दया की कभी न खत्म होने वाली वर्षा की।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
وَقَد أَتَاكَ بِـعُذْرِهْ
وَبِانْكِسَارِهْ وَفَقْرِهْ
वह आपके पास अपने बहानों के साथ आया है,
अपनी टूटन और गरीबी के साथ,
فَاهْزِم بِيُسْرِكَ عُسْرِهْ
بِمَحْضِ جُودِكَ وَالإِفْضَالْ
तो अपनी सरल उदारता और कृपा से
उसकी कठिनाई को आसानी से पराजित करो।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
وَامْنُنْ عَلَيْهِ بِتَوْبَةْ
تَغْسِلْهُ مِنْ كُلِّ حَوْبَةْ
उसे ऐसी तौबा करने का आशीर्वाद दो
जो उसे सभी पापों से धो दे।
وَاعْصِمْـهُ مِـنْ شَرِّ أَوْبَةْ
لِكُلِّ مَا عَنْـهُ قَدْ حَالْ
उसे उन सभी बुरे परिणामों से बचाओ
जो उससे हो चुके हैं।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
فَأَنْتَ مَوْلَى الـمَوَالِي
الـمُنْفَرِدْ بِالكَمَالِ
क्योंकि आप सभी के मालिक हैं
पूर्णता में अद्वितीय।
وَبِالعُلَا وَالتَّعَالِي
عَلَوَْتَ عَنْ ضَرْبِ الأَمْثَالْ
महानता और ऊँचाई में
आप किसी भी उदाहरण से परे हैं।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
جُودُكْ وَفَضْلُكْ وَبِرُّكْ
يُرْجَى وَبَطْشُكْ وَقَهْرُكْ
आपकी उदारता, आपकी कृपा, और आपकी दया
की आशा की जाती है; आपकी शक्ति और आपका प्रभुत्व
يُخْشَى وَذِكْرُكْ وِشُكْرَكْ
لَازِمْ وَحَمْدُكْ وَالِإجْلَالْ
का डर है; आपकी स्मृति और आपकी कृतज्ञता
आवश्यक है, जैसे कि आपकी प्रशंसा और महिमा।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
يَا رَبِّ أَنْتَ نَصِيرِي
فَلَقِّنِي كُلَّ خَيْرِي
मेरे प्रभु, आप मेरे सहायक हैं।
मुझमें सभी अच्छाई को प्रेरित करो
وَاجْعَلْ جِنَانَكْ مَصِيرِي
وَاخْتِمْ بِالإِيْمَانِ الآجَالْ
और अपने बगीचों को मेरी अंतिम निवास बनाओ
और विश्वास के साथ जीवन का अंत करो।
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
وَصَلِّ فِي كُلِّ حَالَةْ
عَلَى مُزِيلِ الضَّلَالَةْ
हर स्थिति में आशीर्वाद भेजो
उस पर जिसने गुमराही को मिटा दिया,
مَنْ كَلَّمَتْهُ الغَزَالَةْ
مُحَمَّدِ الهَـادِيِ الـدَّالْ
जिससे हिरण ने बात की,
मुहम्मद, मार्गदर्शक, नेता
يَا عَالِمَ السِّرِّ مِنَّا
لَا تَهْتِكِ السِّتْرَ عَنَّا
हे हमारे आंतरिक रहस्यों के जानने वाले,
हम पर पर्दा बनाए रखो
وَعَافِنَا وَاعْفُ عَنَّا
وَكُنْ لَنَا حَيْثُ كُنَّا
हमें आराम दो और हमें क्षमा करो
और जहाँ भी हम हों, हमारे साथ रहो
وَالحَمْدُ ِلِله شُكْرَا
عَلَى نِعَـمْ مِنْهُ تَـتْرَى
और सभी प्रशंसा अल्लाह के लिए है साथ में कृतज्ञता
उनकी सभी आशीर्वादों के लिए जो कभी खत्म नहीं होते।
نَحْمَدْهُ سِرًّا وَجَهْرَا
وَبِالغَدَايَا وَالآصَالْ
हम उनकी प्रशंसा करते हैं गुप्त रूप से और सार्वजनिक रूप से
सुबह और रात।