حَنَّ قَلْبِي إِلَيْك صَلَّى رَبِّي عَلَيْك
मेरा दिल तुम्हारे लिए तरसता है, मेरे प्रभु का आशीर्वाद तुम पर हो
حَـنَّ قَـلْـبِـي إِلَـيْـكْ
صَـلَّـى رَبِّـي عَـلَـيْـكْ
मेरा दिल तुम्हारी ओर तरसता है
मेरे प्रभु ने तुम पर प्रार्थना की
كَـيْـفَ لا أَهْـوَاكْ
وَالْـجَـمَـالُ لَـدَيْـكْ
मैं तुम्हें कैसे न चाहूँ
जब सौंदर्य तुम्हारा है
أَنْـتَ زَيْـنُ الـنَّـاسْ
عَـاطِـرُ الأَنْـفَـاسْ
तुम मानवता के आभूषण हो
तुम हर सांस से हवा को महकाते हो
يُـسْـعِـدُ الْـجُـلَّاسْ
بِـالـسَّـمَـاعِ لَـدَيْـكْ
तुम सभा में आनंद लाते हो
तुम्हारी उपस्थिति में गाए गए स्तुति गीतों से
يَـا هُـدَى الْـحَـيْـرَانْ
فِـي مَـدَى الأَزْمَـانْ
हे भ्रमितों के मार्गदर्शक
युगों-युगों तक
يَـلْـجَـأُ الـثَّـقَـلَانْ
فِـي الْـمَـعَـادِ إِلَـيْـكْ
मानव और जिन्न शरण लेते हैं
परलोक में तुम्हारे साथ
أَنْـتَ يَـا مُـخْـتَـارْ
جَـامِـعُ الأَسْـرَارْ
तुम, हे चुने हुए
रहस्यों के संकलक
يَـرْتَـقِـي الْـحُـضَّـارْ
بِـالـصَّـلَاةِ عَـلَـيْـكْ
उपस्थित लोग चढ़ते हैं
तुम पर प्रार्थना भेजते हुए
يَـا عَـظِـيـمُ الـشَّـأْنْ
قُـلْ إِنَّـنِـي بِـأَمَـانْ
हे महान व्यक्तित्व
कहो कि मैं सुरक्षित हूँ
أَسْـأَلُ الـرَّحْـمَـنْ
أَنْ يُـصَـلِّـي عَـلَـيْـكْ
मैं दयालु से प्रार्थना करता हूँ
कि वह तुम पर प्रार्थना भेजे